Mirzapur Season 3 Explain and Review in Hindi | Mirzapur Season 3 देखनी चाहिए या नहीं।
वेब सीरीज: Mirzapur Season 3
कलाकार : अली फजल, पंकज त्रिपाठी, दिव्येंदु शर्मा, रसिका दुग्गल, विजय वर्मा, श्वेता त्रिपाठी, लिलिपुट फारुकी, शाहजी चौधरी, कुलभूषण खरबंदा
ओटीटी प्लेटफॉर्म: अमेजॉन प्राइम वीडियो
एपिसोड्स: 10
हेलो दोस्तों नमस्कार पंकज त्रिपाठी और अली फजल की वेब सीरीज ‘Mirzapur Season 3’ ओटीटी पर आ गई है। लोगों ने जब ‘मिर्जापुर’ के पहले और दूसरे सीजन में खूनखराबा देखा तो वे आश्वस्त हो गए थे। उन्हें भरोसा हो गया था कि अब तीसरे सीजन में इससे भी ज्यादा वॉयलेंस होने वाला है। कालीन भैया और गुड्डू पंडित आमने-सामने आने वाले हैं
और दोस्तों कालीन भैया अपने बेटे मुन्ना त्रिपाठी की मौत का बदला लेने वाले। लेकिन सवाल यह है कि क्या सच में तीसरे सीजन में ऐसा ही होने वाला है?
10 एपिसोड देखने के लिए 10 घंटे का समय निकलने से पहले आप यह हमारा छोटा सा रिव्यू एंड एक्सप्लेन आर्टिकल जरूर से पढ़ लें ताकि आपका समय वह सही जगह पर लग जाए
Mirzapur Season 3 की कहानी कैसी होने वाली है।
मिर्जापुर के दूसरे सीजन के लास्ट में दिखाया जाता है कि गुड्डू पंडित, मुन्ना त्रिपाठी और कालीन भैया पर गोली चला देता है। तीसरे सीजन की शुरुआत यहीं से होती है। मुन्ना त्रिपाठी की मौत हो जाती है और शरद शुक्ला घायल कालीन भैया को अपने साथ ले जाता है।
कालीन भैया की गैर-मौजूदगी में गुड्डू पंडित मिर्जापुर की गद्दी पर बैठने के लिए साम दाम दंड भेद का इस्तेमाल करता है, लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब कालीन भैया को होश आता है। इससे आगे की कहानी जानने के लिए आपको वेब सीरीज देखनी पड़ेगी। क्या है कि अगर सब कुछ यही बता दिया तो फिर मजा नहीं आएगा।
आईये स्टार कास्ट के एक्टिंग की बात करते हैं
Mirzapur Season 3 में गुड्डू पंडित (अली फजल) का रोल काफी दमदार है। अली फजल ने अपने हुनर से इस किरदार मे जान डालने का काम किया है पहले सीजन में किताबों में गुम रहने वाली गोलू (श्वेता त्रिपाठी) का तीसरे सीजन में कम्प्लीट मेकओवर देखने को मिलता है। शरद शुक्ला (अंजुम शर्मा) का स्क्रीन टाइम ‘मिर्जापुर-3’ में बहुत ज्यादा है। दूसरे सीजन में उन्हें ज्यादा कुछ करने को मिला नहीं था, लेकिन इस सीजन में उन्होंने कमाल का काम किया है।
अब बात करते हैं निराश करने वाली
जितना प्रभाव ‘मिर्जापुर-1’ और ‘मिर्जापुर-2’ ने छोड़ा था उतना प्रभाव ‘मिर्जापुर-3’ नहीं छोड़ पाई। इसका सबसे बड़ा कारण शो के लीड कैरेक्टर कालीन भैया काे कम स्क्रीन टाइम देना है।
लोग ट्रेलर देखकर उत्साहित हो गए थे मे भी क्योंकि हमें लग रहा था कि ‘मिर्जापुर-3’ में कालीन भैया और गुड्डू पंडित की टक्कर देखने को मिलेगी, लेकिन जब वेब सीरीज देखेंगे तो बहुत निराश होंगे। तो यह बात मैं आपको थोड़ी सी बताना चाहता था।
कालीन भैया की गैर-मौजूदगी के अलावा कहानी भी मजेदार नहीं लगी। Mirzapur वॉयलेंस, दमदार डायलॉग्स और एटीट्यूड लाइंस के लिए जानी जाती है। लेकिन दोस्तों ‘मिर्जापुर-3’ में इन सबकी मात्रा कम कर दी गई। ऐसा लगा कि कहानी काे लंबा करने के लिए जबरदस्ती कुछ सीन्स दिखाए गए।
यानी की 10 एपिसोड को कम भी कर सकते थे 7 8 एपिसोड में कहानी खत्म होती तो अच्छा होता। या कहे कहानी थोड़ी बेहतर लगती। जहां पूरी सीरीज से थ्रिल गायब था, वहीं अंत का सीक्वेंस मजेदार था।
क्लाइमैक्स देखने के बाद आप हैरान भी और ये भी समझ जाएंगे कि अब ‘मिर्जापुर’ का चौथा सीजन आने वाला है।
Mirzapur Season 3 देखनी चाहिए या नहीं।
‘Mirzapur Season 3 ’ देख सकते हैं, लेकिन ज्यादा उम्मीद के साथ मत देखिएगा क्योंकि वेब सीरीज के 10 एपिसोड इसके ट्रेलर से बहुत फर्क़ हैं। ट्रेलर में मिर्जापुर की गद्दी के लिए खूनखराबा और गुड्डू पंडित-कालीन भैया की भिड़ंत की ओर बताया गया है। लेकिन (स्पॉइलर अलर्ट) 10 एपिसोड की सीरीज में दोनों एक-दूसरे के सामने तक नहीं आते हैं। इसके अलावा, मुन्ना त्रिपाठी की कमी है।
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